Saturday, 9 March 2013

Jagadamb Ahin Avalamb Hamar

जगदम्ब अहीं अवलम्ब हमर, हे माये अहाँ बिनु आस केकर।

हम जग भरी स ठुकरायल छी, माता के सरन में आयल छी (२)
अछि बीच भवर में नाव हमर हे माये अहाँ बिनु आस केकर।

काली दुर्गा कल्याणी छी, तारा आंबे ब्रम्हाणी छी (२)
करू माफ़ जननी अपराध हमर हे माये अहाँ बिनु आस केकर।

जों माये अहाँ दुःख नैं सुनबइ त जाए कहू केकरा कहबै (२)
अछि पुत्र प्रदीप बनल तुग्गर हे माय अहाँ बिनु आस केकर. 

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