मदन मोहन सघन वन में मधुर बंसी बजाते हैं (२)
कभी माखन कभी मिसरी कभी दाढ़ियाँ खिलाते हैं।मदन मोहन सघन वन में मधुर बंसी बजाते हैं
कभी राधा कभी रूक्मिण कभी गोपियाँ रिझाते हैं।
मदन मोहन सघन वन में मधुर बंसी बजाते हैं
कभी तोसक कभी कम्बल, कभी चादर बिछाते हैं।
मदन मोहन सघन वन में मधुर बंसी बजाते हैं।
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